tag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post5718985223008774075..comments2024-02-11T14:04:15.584+05:30Comments on Comic World: # Amitabh's Coolie AccidentComic Worldhttp://www.blogger.com/profile/13259813356597463028noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-19930109415350185212013-08-12T19:59:42.070+05:302013-08-12T19:59:42.070+05:30ज़हीर भाई ये पोस्ट लेट पढ़ी पोस्ट लाजवाब है| कूली फि...ज़हीर भाई ये पोस्ट लेट पढ़ी पोस्ट लाजवाब है| कूली फिल्म भी बचपन में ही देखी थी पूरी कहानी याद नहीं, पर फिर भी आप ने जो विडियो अपलोड किया है उसे देख कर (हो सकता है की ये मेरा वहम ही हो) तो यही लगता हैं ये हादसा पुनीत जी से अनजाने में ही हुआ हैं पर एक चीज जो हमने देखी पता नहीं और लोग देख भी पाए की नहीं| हॉस्पिटल के डॉक्टरों का कहना यही था की “पुनीत जी के नाख़ून लोहे के तो नहीं हैं या फिर उन्होंने कोई नुकीली चीज या अंगूठी तो नहीं पहनी थी ऊँगली में”| पुनीत जी ने तो नहीं पर वो नुकीली चीज अमित जी ने पहनी हुई थी जी हाँ अमित जी ने जो बेल्ट पेट पर पहनी हुई थी पुनीत जी का मुक्का उस बैल्ट के कोने पर पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है विडियो में| हो सकता है की बैल्ट की बक्कल ने ही घूंसे की ताकत के साथ अमित जी के पेट में भीतर तक नुकसान पंहुचा दिया हो| और इस पुरे शॉट में अमित जी टेबल के ऊपर लुढ़कते हुए दूसरी तरफ पहुचते हैं न की टेबल से टकराए हैं, तो टेबल के कोने से तो चोट लगने का सवाल ही नहीं उठता ज़हीर भाई|Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00094847642782309978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-31435618446452651212013-05-26T21:56:31.439+05:302013-05-26T21:56:31.439+05:30बहुत शुक्रिया चिन्मय भाई इस हौंसला अफज़ाई के लिए ।...बहुत शुक्रिया चिन्मय भाई इस हौंसला अफज़ाई के लिए । चिन्मय भाई मुझ जैसे छोटे-मोटे लेखक को लिखने के लिए प्रेरणा और प्रोत्साहन की ज़रुरत पड़ती है जो यदि आप लोगों की समय रहते समुचित कमेंट्स के ज़रिये पूरी होती रहे तो फ़िर क्या वजह है जो मैं लगातार आप लोगो के बीच हाज़िर न होऊं । <br />Comic Worldhttps://www.blogger.com/profile/06397258202160274792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-86349599267640073472013-05-25T13:06:04.201+05:302013-05-25T13:06:04.201+05:30जहीर भाई आप का फिल्मों और पत्र पत्रिकाओं के प्रति...जहीर भाई आप का फिल्मों और पत्र पत्रिकाओं के प्रति लगाव क़ाबिले तारीफ है आप अपनी लेखन शैली से हमें कई दिलचस्प अनसुनी बातों और नये पहलुओं से रुबरु कराते हैं .इसके लिए आपको तहेदिल से शुक्रिया लेकिन आपसे एक प्यार भरी शिकायत इस बात की है कि आपकी ऐसी पोस्ट्स में अक्सर काफ़ी देर हो जाती है जब कि हम जैसे पाठक आपको और अधिक पढ़ने की चाहत रखते हैं इसलिए आपसे गुज़ारिश है कि रोज़ नहीं तो हफ्ते दस दिन में पोस्ट्स दिया कीजिए . आपके लेखों को पढ़ना एक सुखद अनुभव है.<br /> Chinmayhttps://www.blogger.com/profile/07681028708156377016noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-39900052206168923692013-03-10T17:52:48.428+05:302013-03-10T17:52:48.428+05:30thanks for the scans. Enjoyed them thoroughly.thanks for the scans. Enjoyed them thoroughly.jdshttps://www.blogger.com/profile/14439608846027343816noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-24618918104630172402013-03-10T16:10:17.461+05:302013-03-10T16:10:17.461+05:30This comment has been removed by the author.jdshttps://www.blogger.com/profile/14439608846027343816noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-32264741561682733912013-03-10T14:28:46.451+05:302013-03-10T14:28:46.451+05:30Jagdeep singh ji Puneet doesn't hit Amitabh de...Jagdeep singh ji Puneet doesn't hit Amitabh deliberately rather it was just a accident where Puneet got lost in the scene and failed to keep his punch within safe distance from Amitabh abdomen. Comic Worldhttps://www.blogger.com/profile/06397258202160274792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-70304530509625551572013-03-10T10:09:30.204+05:302013-03-10T10:09:30.204+05:30Jaheer bhai mera manana hai ki ek mahan kalakaar a...Jaheer bhai mera manana hai ki ek mahan kalakaar apne kirdaar ko kuch yun aatamsaat karta hai ki dekhne wala sahaj hi ye sochne lagta hai ki wo sach me waisa hi hoga asal jindagi me bhi. Aaj mai ABP news me dekh raha tha ki kaise film bombay to goa me ek scene me amitaabh shatrughan ko sach me chotil kar dete hai. Bakol shatru "film me ek simple sa scene tha. Lekin amitaabh to amitabh hai. Wo scene me kuch aise ghus gae ki apne sir ki takkar mere sir pe maar di. Meri aakho ke aage andhera cha gya aur khonn bhi beh nikla." ye sochna nadaani hogi ki puneet ne jaanbhhoj kr amitabh ko ghayal kiya hoga.jdshttps://www.blogger.com/profile/14439608846027343816noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-30444980640762842792013-03-09T23:03:43.537+05:302013-03-09T23:03:43.537+05:30कॉमिक भाई , क्या यह भी सत्य है की अमिताभ जी के इस...कॉमिक भाई , क्या यह भी सत्य है की अमिताभ जी के इस एक्सीडेंट के बाद उन्हें रेखा या प्रवीन बाबी में से किसी एक नें अपना खून दान दिया था अमित जी को , मैंने ऐसे किसी मैगजीन में पड़ा था , अब आप ही बतलाएं की यह सही है या अफवाह मात्र<br />और हाँ कॉमिक भाई , इस फिल्म की शायद शुरुयाती दृश्यों में जब शोमा आनंद पुलिस से बचकर भाग रही होती तो उसका पीछा जो इंस्पेक्टर कर रहा था , क्या आपने भी इस व्यक्ति को नोटिस किया है की इन्होने ना आने कितने ही ऐसे दो तीन मिनट के किरदार किये हैं सैंकड़ों फिल्मों में , वही बारीक से मूछ , पीछे को बाल , चकोर चेहरा , अगर आपको इसका चेहरा याद आ गया हो तो जरुर बतलाएं इस बारे में भी ! अरे याद आया इसमें तो हमारे दुबे साब भी थे !<br /> आर्टिकल में पुनीत इस्सर का इंटरव्यू पड़कर कई नयी बातें पता लगी , पुनीत इस्सर कराते में इतने दक्ष हैं मुझे नहीं पता था , जैसे कान में लगी सिगरेट को बिना हाथ लगाये गिरा देना ....बहुत अच्छा आर्टिकल दिया है आपने कॉमिक भाई VISHALhttps://www.blogger.com/profile/07311686001418613199noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-33669676945732172952013-03-08T11:30:39.955+05:302013-03-08T11:30:39.955+05:30आपकी टिप्पणी वापस आ गयी है निशांत जी ।आपकी टिप्पणी वापस आ गयी है निशांत जी ।Comic Worldhttps://www.blogger.com/profile/06397258202160274792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-5667028974805213312013-03-08T11:29:55.717+05:302013-03-08T11:29:55.717+05:30जी कुलदीप भाई उस समय की फ़िल्म पत्रिकाएँ और अदाकारो...जी कुलदीप भाई उस समय की फ़िल्म पत्रिकाएँ और अदाकारों के संबंधों में एक प्रकार की आत्मीयता एवं मधुरता हुआ करती थी नाकि आज के समय की तरह सिर्फ़ टीआरपी एवं मुनाफ़े की चिंता । Comic Worldhttps://www.blogger.com/profile/06397258202160274792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-21433243822600728282013-03-08T11:27:40.289+05:302013-03-08T11:27:40.289+05:30शुक्रिया दया भाई ।शुक्रिया दया भाई ।Comic Worldhttps://www.blogger.com/profile/06397258202160274792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-28763188634334840692013-03-07T19:41:45.100+05:302013-03-07T19:41:45.100+05:30Please check 'Spam' for a lost comment.Please check 'Spam' for a lost comment.निशांत मिश्र - Nishant Mishrahttps://www.blogger.com/profile/08126146331802512127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-22710935061776986492013-03-07T13:27:18.895+05:302013-03-07T13:27:18.895+05:30यह पोस्ट हुईं ज़हीर भाई आपके फ़िल्मी दुनिया में आपकी...यह पोस्ट हुईं ज़हीर भाई आपके फ़िल्मी दुनिया में आपकी जानकारी की बारीक़ पकड़ के एक और सबूत का . . <br />अमिताभ जी के साथ जब ये दुर्घटना हुई थी पूरा देश मानो सहम सा गया था और गली मोहल्लो में बस इसी की चर्चा व्याप्त थी। टीवी तो उस समय था नहीं और फ़िल्मी पत्रिकाए पल पल की खबर देने का काम बखूबी से कर रही थी। कुली हिट क्यों हुई ये तो तबसरे का मुद्दा नहीं पर मैं खुद इस दृश्य को देखने के लिए बेताब था की किस सीन में ये दुर्घटना हुई। उसके बाद काफी फ़िल्मी पत्रिकाओ को पढ़ा पर ये आपके द्वारा प्रस्तुत ये पहलु कभी नज़र में नहीं आया की शॉट के दौरान पुनीत दृश्य की रौ में बह गए और ऐन वक़्त पर अपने मुक्के को अमिताभ के पेट से सुरक्षित दूरी पर रोक नहीं पाए जिसके फलस्वरूप वह हादसा हो गया। कुछ समय पहले पुनीत इस्सर के बारे में एक लेख पढ़ा था जिसमे पुनीत साहेब ने इसे दुर्घटना बताया और इसका भी जिक्र किया की इस घटना के बाद फिल्मो में काम ढूँढना उनके लिए कितना मुश्किल हो गया था, उन्हें दोषी मानते हुए अमिताभ के कुछ प्रशसंको ने तो उन्हें जान से मार डालने की धमकी भी दी थी। पर ये घटना पुनीत और अमिताभ के बीच किसी कड़वाहट का बायस बनी ये मैंने अब तक नहीं पढ़ा।<br /> आप जानते ही हैं की फ़िल्मी पत्रिकाए किस तरह से मसाला छापती है उस तरह की गिरावट कम से कम इस दुर्घटना के समय तक काफी फ़िल्मी पत्रिका में नहीं थी।<br />kuldeepjainhttps://www.blogger.com/profile/12769232528599846940noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-39401269682068498112013-03-07T08:53:21.781+05:302013-03-07T08:53:21.781+05:30जहीर भाई, बहुत अच्छा लिखा है और यह महीन बात जो काफ...जहीर भाई, बहुत अच्छा लिखा है और यह महीन बात जो काफी लोगों से छूट गयी होगी, आपने बहुत सलीके से सामने रख दी. धन्यवाद..बरेली सेhttps://www.blogger.com/profile/10127507436735317915noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-51220479443376875322013-03-06T22:36:30.880+05:302013-03-06T22:36:30.880+05:30Thanks Tiwari Ji.Thanks Tiwari Ji.Comic Worldhttps://www.blogger.com/profile/06397258202160274792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-48708747268211964542013-03-06T22:06:03.974+05:302013-03-06T22:06:03.974+05:30ज़हीर भाई इस दुर्घटना के दरम्यान हमरा कॉलेज में I.S...ज़हीर भाई इस दुर्घटना के दरम्यान हमरा कॉलेज में I.Sc.-IInd Yr.था। कॉमन रूम में यही चर्चा होती रहती थी। अमित जी का ये कहना की पुनीत के घूंसे से नहीं बल्कि मेज़ के कोने से चोट लगी थी, उसी समय अमित जी की महानता को समझ कर हम नतमस्तक हो गए थे। लेकिन हम में से किसी ने पुनीत को कतई नहीं कोसा। फिल्म को कई बार देखा गया, और कई बार इस दृश्य की बारीकी का मुआयना किया गया, और यह सच पाया गया की सचमुच में पुनीत अपने एक्शन को कण्ट्रोल नहीं कर सके थे। फिर दुर्घटना तो दुर्घटना ही है, कोई जानबूझ कर किया गया हमला नहीं था। इस फाइट सीन के कुछ ख़ास हिस्सों को, दर्शकों की जिज्ञासा जो उफान मार रही थी, को शांत करने के उद्देश्य से मनमोहन जी ने 'ख़ास' शॉट्स को फ्रीज़ कर दिखाया, जो निश्चय ही हमारी बेकाबू हो चुकी लालसा को शांत करने में सहायक सिद्ध हुई। लेकिन 'मेज़' और 'घूंसे' के फर्क का पता चल जाता है। 'मास' के गुस्से का शिकार पुनीत न बने, अतः अमित जी सहित स्वर्गीय मनमोहन देसाई जी का कथन सम्मानजनक है। आपका इस तथ्य को इतने सटीक तरीके से एक्सप्लेन करना बहुत अच्छा लगा। _श्रीकांत ShriBig`Bhttps://www.blogger.com/profile/02448510226457366482noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-38431326796902804152013-03-06T20:49:33.680+05:302013-03-06T20:49:33.680+05:30हाँ, पुनीत इस्सर ने भी अपने एक ताज़ा इंटरव्यू में ...हाँ, पुनीत इस्सर ने भी अपने एक ताज़ा इंटरव्यू में कहा था कि वे इस घटना के कई साल बाद तक अमिताभ से नज़रें नहीं मिला सके. यह अमिताभ का बड़प्पन है कि उन्होंने कभी इस बात को ज़ाहिर नहीं किया कि चोट की असल वज़ह क्या थी.<br /><br />कविवर बच्चन ने भी अपनी आत्मकथा के अंतिम खंड में "दशद्वार से सोपान तक" में भी यही लिखा है कि चोट मारधाड़ के दृश्य में लगी थी.निशांत मिश्र - Nishant Mishrahttps://www.blogger.com/profile/08126146331802512127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-45106847691232386472013-03-06T20:20:03.491+05:302013-03-06T20:20:03.491+05:30जी निशांत जी,मैं आपसे सहमत हूँ ।जी निशांत जी,मैं आपसे सहमत हूँ ।Comic Worldhttps://www.blogger.com/profile/06397258202160274792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-13747573290962424992013-03-06T20:18:30.596+05:302013-03-06T20:18:30.596+05:30शुक्रिया पराग भाई । मैं आपके अन्य सभी बिंदुओं से स...शुक्रिया पराग भाई । मैं आपके अन्य सभी बिंदुओं से सहमत हूँ लेकिन दृश्य फ्रीज़ कर इंगित करने के पीछे किसी व्यावसायिक सोच की गंध से सहमत नहीं हूँ क्योंकि अमिताभ की दुर्घटना ने 'कुली' को पहले से ही इतना चर्चित कर रखा था जिसके चलते उसे और किसी किस्म के प्रचार की ज़रूरत नहीं थी । उक्त दृश्य को फ्रीज़ कर सूचना देने का मकसद सिर्फ उन लाखों-करोड़ों दर्शकों की अपार जिज्ञासाओं को शांत करना भर था जो सही ढंग से यह जानना चाहते थे कि दरहकीक़त उनके प्रिय सितारे अमिताभ को चोट किस दृश्य में और किस शॉट में लगी । Comic Worldhttps://www.blogger.com/profile/06397258202160274792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-38927806147925431252013-03-06T19:33:55.700+05:302013-03-06T19:33:55.700+05:30सच यही है कि अमिताभ बच्चन को चोट पुनीत इस्सर के मु...सच यही है कि अमिताभ बच्चन को चोट पुनीत इस्सर के मुक्के से ही लगी थी.निशांत मिश्र - Nishant Mishrahttps://www.blogger.com/profile/08126146331802512127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4080173325200397348.post-31289963106892967342013-03-06T18:25:17.423+05:302013-03-06T18:25:17.423+05:30-zaheer bhai bahut accha obsevation hain ek kaafi...-zaheer bhai bahut accha obsevation hain ek kaafi parsidh durghatna ka.<br />-Kuch pehluon par meri soch ye hain ki<br />1-Film ke beech mein rok kar ye batlana ki "iss drisya mein amitabh bacchan ko chot lagi thi", iss ke peeche vyavasayik soch jyadha thi, banisbat manviya pehlu ke.<br />- Jab bhi hum log amitabh bacchan ke sampoorn entertainer ki babt karte hain to, isska kaafi kuch sreya Manmoham Desai ko hi jaata hain, AAA,Parvarish, Suhhag Naseeb jaisi filmon kaa nirmaan , nirdeshan kar<br />- Jab amitabh bacchan ko bombay se bangalore via road le jaaya gaya to mamnmohan desai ji khud ambulance ke aage gaari drive kar ke le gaye, ye sunischit katne ke liye aage ki road kaisi hain<br />- Main nahi samajtha ki kisi aur director ki picturon ne massess ko itna enjoy karaya ho, jitna ki Md ki filmon ne kiya.paraghttps://www.blogger.com/profile/09850256608293569375noreply@blogger.com