Good news for Indian Tintin lovers as now this popular character is also available in Hindi so now Hindi readers can also enjoy the adventures of this witty character.
Om Book International(Delhi) has published initially 24 titles of Tintin adventures in Hindi language having the same size and format as its English counterpart does have.Printing is of excellent quality as these comics were printed in Singapore press,a total of 62 pages(excluding covers)/per comic are printed in good quality glossy pages with a cover price of Rs.195.
Out of these 24 titles,at present only these 8 titles are available at official website;
1.Tintin America Mein
2.Toota Hua Kaan
3.Tintin Congo mein
4.Kala Dweep
5.Neel Kamal
6.Misr Samrat Ke Cigar
7.Sunehre Panjo Wala Kekda
8.Samrat Otokar Ka RajdandA discount of 20% is offered at the Om Books site on these comics hence one have to pay Rs.156 per comic but strangely a few days back the discount was 40% and i myself has purchased these 8 comics on-line at a rate of Rs.117 per comic.
Hence,overall considering Rs.156/copy the price seems to be a little towards costlier side,but if publishers revert back to 40% discount then its indeed a good buy for Hindi Tintin lovers.
6 comments:
जहीर भाई.
चंद दिन पहले किसी दैनिक पत्र के सम्पादकीय में पढ़ा था की टिनटिन हिंदी में रूपांतरित हो गयी है. ख़ुशी तो हुई पर दुःख का पलड़ा भारी था ये सोच कर की इस उत्तम कार्य को होने में इतने साल क्यों लग गए ? आपको याद होगा की काफी पहले मैंने जिक्र किया था की टिनटिन की कॉमिक्स चाइनिस से लेकर अन्य काफी भाषाओ में अनुवादित हो चुकी है और ये एक सशक्त माध्यम है अपनी भाषा को जन जन में फ़ैलाने का. 'मेला ' में टिनटिन हिंदी रूपांतरण में छपती थी और मेरी दिलचस्पी इसमें वही से शुरू हुई . येही आर्ची के साथ हुआ जब मधुमुस्कान गोवेर्संस कॉमिक्स ने उसके कुछ अंक हिंदी में निकाले. अगर ये रूपांतरण का काम पुरे मनोयोग से होता तो हिंदी अंगेरेजी के पढने वालो में इतना भेद नहीं होता.
मै खुद टिनटिन का संग्रह बनाना चाहता था पर आज तक नहीं बना पाया. यहाँ एक टिनटिन $२२ तक में मिलती है पर टिनटिन के नए संस्करण में कमबख्तो ने ओरिजिनल फॉण्ट चेंज कर दिए जो मुझे दिखने में पुराने टिनटिन फॉण्ट का मजा नहीं देते. सो जब कही से ओरिजिनल फॉर्मेट मिलेगा तो जरुर लूँगा. हिंदी 'मेला' में कैप्टेन हडोक की फेमस लाइन हुआ करती थी " बन्दर की बमचक" " फंगस की फु फु " जो की काफी मजा देते थे. इस टिनटिन में शायद अलग है. 'मेला' में टिनटिन के कुत्ते का नाम 'भोलू' हुआ करता था.
आपको पता है स्टेवन स्पीलबर्ग ( जुरासिक पार्क फेम ) टिनटिन की एक पिक्चर बना रहे है ( एनिमेसन टाइप) .
और हाँ इस कालजयी श्रृखला के आपके संग्रह में आने के लिए बधाई..
Thanks for the update Zaheer Bhai. But I have been looking to chance them for a sizable discount, but never saw the 40% discount available at the site so far.
Now would have too wait for the clock to be turned :(
Kuldeep Bhai: शुक्रिया कुलदीप भाई,आपका कहना सही है की हिंदी का जामा ओड़ने में टिनटिन को ज़रूरत से ज़्यादा वक़्त लगा जिसका नुकसान कॉमिक्स और हिंदी भाषी पाठकों को ही हुआ,अब जब हिंदी कॉमिक्स का नशा काफ़ूर होने की कगार पर है तब इस वक़्त में टिनटिन-हिन्दुस्तानी का आना शायद उतना असरदार साबित नहीं हो पायेगा जो वो तब होता अगर अस्सी के दशक में टिनटिन हिंदी बोलता हुआ आता.
मेरी टिनटिन से बहुत कम ही वाबस्तगी है और मैंने अभी तक टिनटिन की एक भी कॉमिक पूरी नहीं पढ़ी है,अगर बचपन में मैंने टिनटिन कॉमिक पढ़ी होती तो मैं इसके इस हिंदी संस्करण का सही मायनों में लुत्फ़ उठा पाता पर अब वो समय है जब मैं कॉमिक्स को अपने संग्रह में देखने का ज़्यादा ख्वाहिशमंद हूँ बनिस्बत उन्हें पढ़ने का.
जी हाँ,कही पढ़ा ज़रूर था स्टीवेन स्पीलबर्ग की टिनटिन के साथ आशनाई का,देखते हैं कब यह रंग लाती है.
Rafiq Bhai: Welcome Rafiq Bhai.Well,i was also looking up for a proper opportunity to grab them but was apprehending due to its high cost,luckily one day while tabbing the Om Books site i came across with 40% discount offer which without giving a 2nd thought i went through,and the very next day the offer again was decreased to 20%.
I think one should keep a regular eye on the site as one never knows when the offer appears again.
COMIC WORLD
What is so special in Tintin that you people are buying this comic inspite of its such a heavy price tag !
Could you post its 2 or 3 pages to know about Tintin's craze among you people as i am totally unaware about this character , though heard about it but never read
Lakshay chauhan
Tiger: Well,Lakshya Bro,i too haven't read a complete single comic of Tintin yet though have read/heard a lot about it.If format,printing and paper quality of these comic is considered than the price tag around Rs.100 is not a bad one,the reason why i took them is only because of having these comics in my collection in most admired language of mine i.e.Hindi.
Regarding the query that why Tintin is so popular i invite some Tintin fan to throw some light about this fact.
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